Shiv Parvati Mantra भगवान शिव और माता पार्वती की संयुक्त ऊर्जा का शक्तिशाली स्तोत्र है। इस मंत्र का जाप श्रद्धा और भक्ति के साथ करने से जीवन में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। माना जाता है कि यह मंत्र मानसिक तनाव, बाधा और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है। भक्त इस मंत्र का नियमित जाप करके आध्यात्मिक शक्ति और ईश्वरीय कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
शिव पार्वती मंत्र
मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए
हे गौरी शंकर अर्धांगिनी यथा त्वं शंकर प्रिया,
तथा माम कुरु कल्याणी कांतकांता सुदुर्लाभाम्॥
पति की दीघार्यु के लिए मंत्र
नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा,
प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे॥
सौभाग्य प्राप्ति मंत्र
देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम्,
पुत्र-पौत्रादि समृद्धि देहि में परमेश्वरी॥
शिव पार्वती का प्रिय मंत्र
॥ॐ पार्वतीपतये नमः॥
Shiv Parvati Mantra का पाठ श्रद्धा और भक्ति के साथ करने से जीवन में सुख, शांति, साहस और आध्यात्मिक शक्ति आती है। यह मंत्र भक्त को हर प्रकार की बाधाओं और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षित रखता है। आप यहाँ क्लिक करके भगवान शिव और माता पार्वती के अन्य शिव शक्ति मंत्र भी पढ़ सकते हैं।
शिव पार्वती मंत्र की पाठ विधि
- शुद्धता और स्नान: मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2. पूजा स्थल तैयार करना: शिव-परिवार (शिव और पार्वती) की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक, धूप और पुष्प अर्पित करें।
3. ध्यान और मन की एकाग्रता: मंत्र का जाप करते समय मन को पूरी तरह भगवान शिव और माता पार्वती में केंद्रित करें।
4. जाप की संख्या: शुरुआती समय में 108 बार जाप करना श्रेष्ठ माना जाता है।
5. नियमितता: प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करने से इसके लाभ अधिक प्रभावशाली होते हैं।
Shiv Parvati Mantra के लाभ
- सकारात्मक ऊर्जा: इस मंत्र का जाप नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मक वातावरण बनाता है।
- संकट से मुक्ति: जीवन के कठिनाई और संकटों से रक्षा करता है।
- मानसिक शांति: मंत्र का जाप मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: नियमित जाप से भक्त की भक्ति और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।
संपन्नता और सुख: शिव-पार्वती की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।